बड़ी खबर! सरकार ने Broken Rice, ऑर्गेनिक नॉन बासमती राइस के एक्सपोर्ट पर लगी रोक हटाई
Broken Rice Export: सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से सितंबर की शुरुआत में ब्रोकन राइस के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था.
Broken Rice Export: सरकार ने घरेलू सप्लाई बढ़ने से कीमतों के नरम पड़ने के बाद टूटे चावल (Broken Rice) सहित ऑर्गेनिक नॉन-बासमती चावल (Organic Non-Basmati Rice) के एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटा लिया है. सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से सितंबर की शुरुआत में ब्रोकन राइस के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद नॉन-बासमती चावल (Non-Basmati Rice) के एक्सपोर्ट पर 20% का शुल्क लगाया गया, जिसका उद्देश्य खुदरा बाजारों में कीमतों के बढ़ने के बाद इनकी घरेलू आपूर्ति को बढ़ाना था.
Broken Rice का किया जा सकता है एक्सपोर्ट
एक नोटिफिकेशन में, विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा कि ऑर्गेनिक नॉन- बासमती ब्रोकन राइस सहित ऑर्गेनिक नॉन-बासमती चावल का निर्यात अब सितंबर में लागू प्रतिबंध से पहले के नियमों द्वारा प्रशासित होगा.
ये भी पढ़ें- SBI म्यूचुअल फंड का नया प्लान, 5000 रुपये से करें शुरुआत, 5 दिसंबर को बंद होगा NFO
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
Adani Group को एक ही दिन में दूसरा झटका! NSE ने ग्रुप कंपनियों से मांगी सफाई, ₹2.45 लाख करोड़ का मार्केट कैप स्वाहा
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
सरकार ने गैर बासमती, ब्रोकेन #Rice के #Export प्रतिबंधों पर राहत दी pic.twitter.com/90sRyK8YyV
— Zee Business (@ZeeBusiness) November 29, 2022
कहां इस्तेमाल होता है ब्रोकन राइस
ब्रोकन राइस का इस्तेमाल शराब बनाने वाली इंडस्ट्री, एथेनॉल बनाने वाली इंडस्ट्री और पॉल्ट्री और एनिमल इंडस्ट्री होता है. बता दें कि चीन के बाद भारत चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है. चावल के वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा 40% है.
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान चावल का निर्यात 5.5 अरब डॉलर रहा. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2021-22 में यह 9.7 अरब डॉलर था. भारत सालाना लगभग 10,000-15000 टन ऑर्गेनिक राइस (बासमती और नॉन-बासमती) का निर्यात करता है.
ये भी पढ़ें- GeM पर 8 महीने में ₹1 लाख करोड़ के पार पहुंची खरीद, रजिस्ट्रेशन कराकर आप भी कर सकते हैं कमाई, जानें पूरा प्रोसेस
ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने कहा कि ऑर्गेनिक बासमती और नॉन-बासमती चावल का निर्यात पिछले 4-5 वर्षों में तेजी से बढ़ रहा था और सरकार ने प्रतिबंध हटाने के लिए सही कदम उठाया है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
10:14 PM IST